श्रेष्ठ जीवन के सूत्र

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निवेदन है वंदना से आज सुने प्रभु मेरी आवाज तोड़े मेरे घमंड को आज मानू खुद को प्रभु का दास अहंकार है शत्रु हमारा धराशाई हुए अहंकारी आज करता हूं प्रभु ...

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